रिपोर्ट-त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया-भैरवतालाब स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया पीजी कॉलेज में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर ध्यानचंद जी की 117 वी जयंती मनाई गई।अमृत महोत्सव के अंतर्गत मनाया जा रहे एवं मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत चलाए जा रहे कार्यक्रमों में मुख्य रूप से आज राष्ट्रीय खेल दिवस पर महाविद्यालय के छात्र छात्राओं के मध्य रस्साकशी की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जिसमें विभिन्न वर्गों में छात्र-छात्राएं विजेता रहे। कार्यक्रम के आरंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आशुतोष कुमार द्वारा मां सरस्वती एवं एवं हाकी के महान खिलाड़ी , विजार्ड, जादूगर ध्यान चंद जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत किया।संबोधन के क्रम में महाविद्यालय के रणधीर सिंह , एसोसिएट प्रोफेसर शारीरिक शिक्षा विभाग ने अपने संबोधन में बताया कि मेजर ध्यानचंद जी अब तक के इतिहास के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे हैं ।उनके अंदर खेल भावना, सत्य निष्ठा,कूट-कूट कर भरी थी। मेजर ध्यानचंद जी को निश्चित रूप से भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी देश के सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार का नाम बदलकर ध्यानचंद पुरस्कार रखा। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। अमृत महोत्सव एवं मिशन शक्ति कार्यक्रम की संयोजिका डॉ सुप्रिया राय ने बताया कि इसके अंतर्गत पिछले 2 महीनों से कार्यक्रम चल रहे हैं जिसमें महिला सुरक्षा ,स्तनपान आदि विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं । अध्यक्षीय संबोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि छात्र-छात्राएं ध्यानचंद जी के व्यक्तित्व, कृतित्व को अपने जीवन में उतारें।महाविद्यालय की छात्राओं ने भी कार्यक्रम में अपनी सहभागिता की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ सुमन लता देवी ,डॉ बृजेशजायसवाल ,डॉ नरेंद्र नारायण राय ,डॉक्टर मनोज कुमार यादव ,डॉ अम्बरीष सिंह, डॉ रवि कुमार ,डॉ जितेंद्र कुमार पटेल, डॉ हेमंत कुमार सिंह, डॉक्टर सुशील कुमार दुबे ,डॉक्टर अखिलेश मिश्रा, डॉ अविनाश राय, डॉ मनोज कुमार राय, डॉ अजय कुमार मौर्या , अखिलेश्वर तिवारी आदि प्राध्यापकगण उपस्थित रहेl कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर कृपाशंकर पाठक ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ अरुण कुमार राय के द्वारा किया गया।
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