रिपोर्ट-ए.आर यादव
चंदौली । विद्युत प्रतिपूर्ति छूट योजना के तहत बुनकरों को दी जाने वाली फ्लैट रेट बहाली के संबंध में चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल के मद्देनजर मांगों के निराकरण के संबंध में हथकरघा वस्त्र उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव रमा रमण की अध्यक्षता में मंगलवार को लोक भवन सचिवालय सभागार में छठे तल पर 11:30 बजे प्रदेश के समस्त बुनकर प्रतिनिधिग़ण समय से पहुंच गये।वाराणसी वस्त्र बुनकर संघ के अध्यक्ष चंदौली जनपद के दूल्हीपुर निवासी राकेश कांत राय ने बैठक में धांसू शुरुआत करते हुऐ प्रदेश अध्यक्ष हाजी इफ्तेखार साहब के और बनारस के मान को ध्यान में रखते बुनकर हित पर चोट करने वालों पर जोरदार हमला बोलते हुऐ फ्लैट रेट की बहाली की जोरदार मांग उठाई और साथ ही साथ कहा कि 2006 से चली आ रही योजना जो बुनकरों को किसानों की भांति फ्लैट रेट बिजली दी जा रही है उसमे दो तीन गुना उचित मूल्य वृद्धि भले ही कर ली जाय। और यह भी प्रतिबंध न लगाया जाय कि कांटी मशीन या कोनिंग मशीन न चलाया जाय पूर्व से जितने मशीनों को शामिल किया गया था उनको आज भी शामिल रखा जाय। उन्होंने प्रस्ताव दिया कि जो 60 इंच के पावरलूम हैं ₹200 प्रतिमाह लिया जाए और लूम हैं 120 इंच तक है उनसे ₹500 प्रति माह की दर से लिया जा साथ ही साथ उन्होंने बनारस के लिए क्लस्टर योजना के तहत गुजरात और महाराष्ट्र में टेक्सटाइल क्षेत्र को मिलने वाली सुविधाएं एवं कच्चे माल की फैक्ट्रियों के लगाए जाने के बाबत भी अपना प्रस्ताव दिया ताकि बनारस का टेक्सटाइल क्षेत्र विकसित और व्यापक हो सके।
सरकार का ध्यान इस ओर भी आकृष्ट कराया कि बिजली की थोड़ी सी सब्सिडी के चलते ही आज उत्तर प्रदेश में टेक्सटाइल सेक्टर में इतना सारा प्रोग्रेस किया है वह सब फ्लैट रेट बिजली का कमाल है लेकिन जैसे ही आप इसको समाप्त करेंगे वैसे ही रोजगार सृजन की व्यवस्था नष्ट हो जाएगी और प्रदेश का बुनकर जो थोड़ा मजबूत है वह पलायन हो रहे बुनकरों को रोककर के रोजगार देता है ।उसे सरकार से इसके बदले में कोई बहुत सुविधा नहीं मिलती है । अतः बिना किसी भेदभाव के किसानों की भांति सभी बुनकरों से फ्लैट रेट के हिसाब से बिजली का बिल लिया जाए।
सभा में यह भी याद दिलाने से नहीं चूके कि महाराष्ट्र में ₹4 10 पैसे प्रति यूनिट मध्य प्रदेश में 3 रूपया 25 पैसे प्रति यूनिट कर्नाटक में ₹1.25 / यूनिट की की दर से व तमिलनाडु में और गुजरात आदि सभी टैक्सटाइल्स बहुल राज्यों में उत्तर प्रदेश से काफी सस्ती बिजली मिलती है जिससे वहां का टेक्सटाइल क्षेत्र विकास कर रहा है ।और वहां पर कच्चे माल की फैक्ट्रियां हैं जिससे उनको सस्ते दर में माल मिल जाता है । इस सब के बावजूद भी उत्तर प्रदेश का बुनकर अपने मेहनत और संघर्षों की बदौलत ही इन राज्यों से प्रतिस्पर्धा कर रहा था । अगर यह एकमात्र सुविधा भी हमसे छीन ली जाती है तो हम उत्तर प्रदेश के बुनकर इन राज्यों से बिल्कुल ही प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे और यह सरकार का बुनकरों के प्रति आत्मघाती कदम होगा। बैठक में एकाध को छोड़कर सभी बुनकर प्रतिनिधियों ने एक स्वर से फ्लैट रेट बहाली की बात उठायी । जिससे कल तक जो लोग पूरे प्रदेश में फ्लैट रेट बहाल नहीं होगा इस बात का अफवाह फैला रहे थे और छोटे बड़े का भेदभाव की बात लोगों में डालकर के फूट डालने की कोशिश कर रहे थे आज उनको एक जोरदार जबाब भी मिल गया कुछ लोग भेदभाव की बात पर जबरदस्त तरीके से हूट भी किये गये ।एकबार पुन: प्रदेश अध्यक्ष हाजी इफ्तेखार अंसारी साहब व बनारस के अध्यक्ष राकेश कांत राय ने अपने कुशल नेतृत्व व जुझारुपन के चलते बुनकरों का विश्वास जितने में कामायाब रहे। भारी बुनकर प्रतिनिधियों के बहुमत को देखते हुऐ सरकार को फ्लैट.रेट बहाली के लिये बाध्य होना पड़ा ।जिसकी घोषणा अपर मुख्य सचिव रमा रमण ने की कि रेट का निर्धारण बहुत जल्द कर लिया जायेगा।और इधर के चार माह का विद्युत बिल पर भी निर्णय ले लिया जाएगा।
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