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Tuesday, November 10, 2020

भ्रष्टाचार के विरुद्ध समाजसेवी पहुंचे डीएम गाजीपुर के दरबार नही हुई सुनवाई, बैठे आमरण अनशन पर

रिपोर्ट-उपेन्द्र यादव

गाजीपुर सामाजिक कार्यकर्ता बोधा जायसवाल गरीबों के हक की लड़ाई लड़ने वाली सरकार  के सामने गरीबों के हक के लिए कई बार आमरण अनशन कर चुके है। उन्होंने न्याय न मिलने के कारण बीते महिने आन्दोलन की चेतावनी दी थी। जिसके उपरांत सीडीओ श्री प्रकाश गुप्ता एवं डीपीआरओ अनिल सिंह के द्वारा दिनांक 9 जुलाई 2020 ई0 को समाजसेवी बोधा जायसवाल को विकास भवन गाज़ीपुर में तलब किया गया था। समाजसेवी ने अधिकारियों के समक्ष देवा गांव में हुए भ्रष्टाचार की बात उजागर कीजिसे सीडीओ गाजीपुर ने स्वीकार किया तथा समाजसेवी को आपत्ति पत्र दाखिल करने का 4 दिन का समय दिया गया, 12 बिंदुओं का आपत्ति पत्र देने के बाद 7 अगस्त 2020 ई0 को  डीपीआरओ अनिल सिंह एडीपीआरओ रमेश उपाध्याय, डीपीआरओ असिस्टेंट बृजेश कुमार, जखनिया के एडीओ पंचायत फ़ैज़ अहमद एवं ग्राम विकास अधिकारी अनिल दुबे आदि अधिकारियों ने खड़ंजा और शौचालय की जांच की।जिसमें हर बिंदुओं पर अनियमतता पायी गयी।खड़ंजा के ऊपर ₹165317-रूपये रिकवरी का आदेश हुआ।सरकार के तरफ से 218 शौचालय बनवाने का धन ग्राम प्रधान को ग्राम निधि में प्राप्त हुआ था। जांच के दौरान केवल 103 ही शौचालय आधा अधूरा बना दिखाई दिया। शेष 115 शौचालय धरातल पर दिखाई नहीं दिये। शेष शौचालय बनवाने का समय ग्राम प्रधान को 2 महीने का दिया गया। तत्पश्चात 21 अगस्त 2020 ई 0 को  डीएम गाजीपुर के द्वारा ₹165317- रुपया रिकवरी व साथ ही में प्रधान का खाता सीज व सस्पेंड करनेेेे का आदेश हुआ।समाजसेवी बोधा जायसवालने महीनों समय बीतने के बाद   कार्यवाही ना होने एवं शौचालय निर्माण कार्य ना होने के कारण  02अक्टूबर 2020 ई0 को आमरण अनशन करने की घोषणा की, शासन व प्रशासन के द्वारा दिनांक 01 अक्टूबर को समाजसेवी को गिरफ्तार कर लिया गया। थाना दुल्लहपुर के प्रांगण में उप जिला अधिकारी जखनियां सूरज यादव एवं थानाध्यक्ष दुल्लहपुर के समक्ष वार्तालाप होने पर उप जिला अधिकारी ने सभी बिंदुओं के निस्तारण के लिए 1 महीने का समय मांगा तब जिला अधिकारी के आश्वासन पर समाजसेवी ने जिला अधिकारी  के सम्मान में 2 महीने का समय दिया। 23 अक्टूबर 2020 को एडीपीआरओ बृजेश कुमार के द्वारा शौचालय की जांच की गई। जिसमें 75 शौचालय धरातल पर दिखाई नहीं दिये। जिसका ₹900000-नौ लाख का  गबन दिखाई दिया।  समय सीमा समाप्त होने के उपरांत किसी बिंदु पर कार्यवाही ना होने की वजह से समाजसेवी बोधा जायसवाल ने पुनः आमरण अनशन करने की घोषणा की तब एलआईयू इंस्पेक्टर गाजीपुर सुधीर दुबे जी के द्वारा 9  नवंबर 2020 ई0 को जिला अधिकारी के समक्ष पेश करने का मौखिक डेट मिला। गरीबों की हक की लड़ाई लड़ने वाले समाजसेवी बोधा जायसवाल आज जिला मुख्यालय पहुचे, और डीएम से बात करनी चाही। लेकिन अधिकारियों के संज्ञान में बात होने के बाद भी जिलाधिकारी  के समक्ष बोधा जायसवाल को अपनी बात ऱखने का मौका नही मिल सका।आखिरकार बोधा जायसवाल ने सरजू पाण्डेय पार्क गाजीपुर में अपना आमरण अनशन एकला चलो के सिद्धांत पर शुरू कर दिया। देखिए सिस्टम इनके साथ क्या करता है।



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