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Saturday, July 5, 2025

प्रबोधिनी फाउण्डेशन ने अभियान चलाकर पर्यावरण एवं स्वास्थ्य के लिये किया उपयोगी औषधि आधारित पौधा रोपण

  

रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव 

वाराणसी। प्रबोधिनी फाउण्डेशन के तत्वावधान में संस्था के महासचिव विनय शंकर राय "मुन्ना" के नेतृत्व में लहरतारा शिव मंदिर एवं कैण्टोमेंण्ट स्थित भीष्मचण्डी माता मंदिर के प्रांगण में दोपहर 12 बजे " हरी काशी - स्वस्थ काशी मस्त काशी"  के नारे साथ चतुर्मास में चार माह में काशी में बृहद स्तर पर वृक्षारोपण के अभियान को गति देने हेतु 51 औषधि आधारित पौधा लगाया गया। विगत कार्तिक पूर्णिमा से प्रारंभ हुआ बृहद वृक्षारोपण को चतुर्मास में चार माह गति देकर पांच लाख औषधि आधारित पौधे लगाने के संकल्प को पूरा करने की रणनीति पदाधिकारियों ने बनायी है। जिसमें सावन मास में पंचकोसी मार्ग सहित शिवालयों में नीम, आंवला, सैजन, पीपल, बरगद, आम, जामुन, बेल, पारिजात, गिलोय, तुलसी , अर्जुन इत्यादि औषधि आधारित  पौधों के प्रति काशी वासियों में जागरूकता फैलाकर संरक्षण के संकल्प के साथ  उपयोगिता हेतु अभियान चलाकर प्रेरित कर महादेव की नगरी के आनंदकानन वन को पुनः हरा भरा करने के लिये  " हरी काशी - स्वस्थ काशी मस्त काशी" के नारे के साथ धरातल पर बृहद स्तर पर वृक्षारोपण करेगी प्रबोधिनी फाउण्डेशन।प्रबोधिनी फाउण्डेशन के महासचिव विनय शंकर राय "मुन्ना" ने कहा कि पर्यावरण के संतुलन एवं स्वास्थ समाज की परिकल्पना को चरितार्थ करने के उद्देश्य से हमें औषधि आधारित पौधों एवं वृक्षों को संरक्षण के संकल्प के साथ लगाना है और औषधि आधारित पौधों की उपयोगिता अपने जीवन में करना होगा।गिलोय के गुण के बारे में बताते हुए विनय शंकर राय मुन्ना ने कहा कि गिलोय, तुलसी और पारिजात घर घर लगवाना है, गिलोय को आयुर्वेद में अमृता कहा जाता है, गिलोय के सेवन से व्यक्ति के अन्दर प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनटी ) बहुत प्रचुर मात्रा में बढ़ जाती है जिससे अनेकों रोगों से छुटकारा मिलता है, अगर प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहेगी तो आज जो स्वास्थ्य की समस्या से हमारा समाज प्रभावित है उसको स्थायी समाधान मिलेगा।गिलोय, नीम, पारिजात, सैजन, अमरूद,  पीपल, आवला, बेल के पौधों से केवल पर्यावरण संतुलित नही होगा बल्कि उसके फल, पत्ते, छाल एवं डंठल के उपयोग से सुगर, गठिया, ब्लडप्रेशर, मियादी बुखार, डेंगू, पीलिया इत्यादि रोगों के साथ वात,पित्त, कफ, इत्यादि  छोटी छोटी बिमारियों सहित कैंसर, किडनी, हर्ट जैसे असाध्य रोग के लिये बहुत कारगर औषधि आधारित पौधे रहेंगे। पारिजात कितना भी पुराना मियादी बुखार,  जुखाम हो तीन दिन में ठीक कर देता, उसी तरह आवला, नीम, सैजन, तुलसी, अर्जुन, बेल का उपयोग व्यक्ति करे तो निरोग रह सकता है इसलिये स्वास्थ काशी मस्त काशी के नारे के साथ एक दृढ़ संकल्प लेकर प्रबोधिनी फाउण्डेशन अभियान चलाकर औषधि आधारित पांच लाख पौधों को बनारस में लगाकर पर्यावरण के लिये अनोखा कार्य करेगी ।वृक्षारोपण अभियान में प्रमुख रूप से  गगन प्रकाश यादव, दिलीप मिश्रा, प्रवीन उपाध्याय, कृष्णकांत चौबे, मोहम्मद अकरम, वेदान्त राय, धीरू यादव इत्यादि लोग शामिल थे।



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