रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया।आईआईवीआर में संचालित भारत सरकार की अनुसूचित जाति उप-योजना के क्रियान्वयन के क्रम में आज संस्थान में 54 महिला किसानों को नर्सरी एवं सब्जी उत्पादन हेतु प्रशिक्षित किया गया। संस्थान के निदेशक डॉ नागेंद्र राय ने महिला किसानों एवं स्वयं सहायता कार्यकर्त्रियों से आग्रह किया कि ये सभी संस्थान से जुड़कर यहां की सब्जी उत्पादन की टेक्नोलॉजी, बीज, कृषि यंत्र आदि जो समय समय पर एससीएसपी योजना के अंतर्गत उपलब्ध कराया जा रहा है जिससे लाभ लेकर अपनी आय में बढ़ोत्तरी करें। उन्होंने कहा कि संस्थान के वैज्ञानिक प्रायः सभी फसलों की नई एवं उन्नत किस्मों, नर्सरी प्रबंधन, रोग कीट प्रबन्धन के जैविक तरीके आदि के विषय मे किसानों में प्रसार कर रहे हैं। मुख्य क्लस्टर समन्वयक प्रधान वैज्ञानिक डॉ डी पी सिंह ने नर्सरी प्रबंधन के जैविक तरीकों से स्वस्थ पौध का उत्पादन तथा उसके विपणन से लाभ के विषय में बताते हुए कहा कि महिलाएं अपने छोटे से छोटे खेत मे भी कम्युनिटी नर्सरी के माध्यम से अच्छी पौध उगा सकती हैं। इस अवसर पर डॉ इंदीवर प्रसाद ने हाई टेक नर्सरी में मिर्च की पौधशाला तैयार किये जाने की विधा पर चर्चा की और तैयार होते पौधों को दिखाया। वैज्ञानिक डॉ स्वाति शर्मा ने सब्जी फसल के प्रसंस्करण के बारे में महिलाओं को बताया। डॉ अनुराग चौरसिया में सूक्ष्मजीवों के माध्यम से फसल गुणवत्ता में सुधार पर चर्चा की तथा डॉ सुरेश रेड्डी ने टमाटर की नई किस्मों और बेबी कॉर्न के उत्पादन के विषय मे बताया। कार्यक्रम में किसानों को सब्जी बीजों की पोषण वाटिका तैयार करने हेतु किट के साथ धान के बीज का वितरण किया गया। उक्त कार्यक्रम में वैज्ञानिकों के अतिरिक्त ग्रामीण फाउंडेशन की पदाधिकारी डॉ अनिता एवं अग्रिमित्र फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के डॉ गोविंद सिंह उपस्थित रहे।
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