मानव खिदमत फाउंडेशन में आयोजित हुई संगोष्ठी
रिपोर्ट-राकेश यादव रौशन
चन्दौली चहनियां। महिलाओं को उनके उत्थान के लिए बनाए गए कानूनों एवं प्रदत्त अधिकारों से ही उनमें जागरूकता बढ़ेगी। जागरूकता से ही महिलाओं की प्रगति संभव है। यह कहना है बलुआ थाने पर तैनात उपनिरीक्षक शशि सिंह के । वे मंगलवार को क्षेत्र के मारूफपुर स्थित मानव ख़िदमत फाउंडेशन में आयोजित ' महिला एवं साइबर जागरूकता' विषयक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि पद से बोल रही थीं।मुख्य अतिथि शशि सिंह ने आगे कहा कि सरकार की तरफ से महिला सुरक्षा, उनके रोज़गार, शिक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए जननी सुरक्षा, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, 1090 जैसी अनेक योजनाएं संचालित हो रही हैं। लेकिन जागरूकता के अभाव में वे इन्हें नहीं जान पाती हैं, जिससे उनकी उन्नति आशानुरूप नहीं हो पाती। उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं को जीवन में आगे बढ़ने के लिए परिवारजनों का सहयोग बेहद जरूरी है।विशिष्ट अतिथि चौकी प्रभारी मारूफपुर दीपक पाल ने कहा कि आज इंटरनेट के प्रयोग से साइबर अपराध और ठगी में वृद्धि हुई है। जानकारी के अभाव में लोग अपना ओटीपी, फेसबुक पासवर्ड आदि साझा कर देते हैं, जो बाद में ठगी का कारण बन जाता है। उन्होंने कहा कि अपना नेट बचाने के लिए कभी भी दूसरे वाईफाई से अपना कम्प्यूटर या मोबाइल न चलाएं, इससे हैकिंग बढ़ती है। जिस वेबसाइट में एस न लगा हो, उसे कदापि न खोले, ये फर्जी साइटें होती हैं।विशिष्ट अतिथि नेशन्स प्राइड बुक ऑफ रिकार्ड होल्डर डॉ. भारत भूषण यादव ने कहा कि कोई भी पुरुष कभी महिला से बड़ा नहीं हो सकता है, क्योंकि महिला तो पुरुष की जननी होती है। आरएसएस नेता सैयद सरफराज पहलवान ने कहा कि हमें महिलाओं के प्रति अपने नजरिये को बदलने की जरूरत है। कार्यक्रम का संचालन राकेश यादव रौशन ने, अध्यक्षता मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. नदीम अशरफ़ ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नूरी अहमदी ने किया।इस अवसर पर राष्ट्रीय तलवारबाज डॉ. संध्या यादव, स्वामी ब्रम्हांड भैरव शरण, भारतीय पशु पालक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बहादुर यादव, सत्यदेव यादव, जेपी ओझा, विमला मौर्य, टुनटुन ओझा, सत्यदेव यादव, बीएल फ़ौजी, सुहेल अहमद आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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