वाराणसी रोहनिया। देशभर में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र, दिल्ली पब्लिक स्कूल वाराणसी में एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन नागरिक सुरक्षा संगठन वाराणसी के तत्वावधान में किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को आपातकालीन परिस्थितियों में सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करना और उनकी तैयारियों का मूल्यांकन करना था।मॉक ड्रिल सुबह 9 बजे स्कूल परिसर में प्रारंभ हुई।जिसमें सभी कक्षाओं के छात्र, शिक्षक और अन्य स्टाफ सदस्य शामिल हुए। स्कूल की प्रिंसिपल लर्नर इंचार्ज मुनमुन सेन गुप्ता और लर्निंग लीडर श्रीमती किरण शर्मा ने ड्रिल की निगरानी की और छात्रों को आपातकालीन स्थितियों में शांत और सतर्क रहने की सलाह दी।प्रशिक्षण गतिविधियों के तहत आपात स्थिति में स्वयं को कैसे बचाएं बच्चे सीख पाए। सतर्कता दिखाते हुए बच्चे सायरन बजते ही जमीन पर लेट गए। उन्होंने प्रायोगिक रूप से अग्निशमन यंत्र, गैस सिलेंडर में आग बुझाना सीखें।घर व यात्रा के दौरान आपातकालीन स्थिति में कैसे अपने को सुरक्षित रखें, यह बताया गया।ड्रिल के दौरान छात्रों को हवाई हमले के संकेतों, ब्लैकआउट प्रक्रियाओं, सुरक्षित स्थानों की पहचान, और आपातकालीन निकासी मार्गों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। इस अभ्यास में स्थानीय नागरिक सुरक्षा विभाग के जितेंद्र देव सिंह, डिपार्टमंट कन्ट्रोलर-सिविल डिफेंस, वाराणसी, इरफान-उल-हूडा, सिनियर असिस्टेंट- डिपार्टमंट कन्ट्रोलर - सिविल डिफेंस, वाराणसी,मनोज कुमार शर्मा, सेक्टर वार्डन, पोस्ट नं02 (भेलुपूर) एवं रंजीत जायसवाल,फायर-फाइटर, पोस्ट नं02 (भेलुपूर) प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया, जिन्होंने छात्रों और स्टाफ को आपातकालीन उपकरणों के उपयोग और प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जानकारी प्रदान की।छात्रों ने उत्साहपूर्वक ड्रिल में भाग लिया और सीखी गई सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन किया।जिससे उनकी आपातकालीन स्थितियों में प्रतिक्रिया क्षमता का परीक्षण किया गया।ड्रिल के पश्चात, स्कूल प्रशासन ने सुरक्षा उपायों की समीक्षा की और आवश्यक सुधारों की पहचान की, ताकि भविष्य में किसी भी आपातकालीन स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।प्रिंसिपल लर्नर इंचार्ज मुनमुन सेन गुप्ता ने बताया कि हमारे छात्रों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस मॉक ड्रिल के माध्यम से हमने उन्हें आपातकालीन परिस्थितियों में सही प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार किया है। हम नियमित रूप से ऐसे अभ्यास करते रहेंगे ताकि हमारे छात्र और स्टाफ सदैव सतर्क और तैयार रहें।यह मॉक ड्रिल न केवल छात्रों और स्टाफ के लिए एक शिक्षाप्रद अनुभव था, बल्कि यह स्कूल की आपातकालीन तैयारियों की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करने का भी एक अवसर था। स्कूल प्रशासन भविष्य में भी ऐसे अभ्यासों का आयोजन करता रहेगा, ताकि सभी संबंधित पक्ष आपातकालीन परिस्थितियों में सुरक्षित और तैयार रहें।
रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
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