रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया।कृषक उत्पादक संगठन एवं औद्यानिक विपणन सहकारी समिति लिमिटेड टिकरी द्वारा जीआइजेड के सहयोग से “नवीन एवं अभिनव सौर अनुप्रयोगों ” विषयक दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रवीण प्रकाश आई ए एस ने दीप प्रज्वलन कर किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को तकनीक की व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे अपने खेतों का दोहरा उपयोग करते हुए ऊर्जा उत्पादन और कृषि दोनों क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बन सकें। इस प्रकार की तकनीकें किसानों के लिए नई दिशा प्रदान कर सकती हैं, जो जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा संकट की चुनौतियों से निपटने में सहायक हैं।जीआइजेड के वरुण सिंह ने ऊर्जा एवं जलवायु अनुकूल कृषि पहलों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एग्री-पीवी तकनीक भूमि के दोहरे उपयोग की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। उन्होंने कहा कि यह तकनीक किसानों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से लड़ने के लिए सक्षम बनाती है।कृषक उत्पादक संगठन के अध्यक्ष इंजी.अमित सिंह ने बताया कि सौर ऊर्जा अब केवल पर्यावरण संरक्षण का साधन नहीं बल्कि किसानों के लिए आय सृजन का मजबूत माध्यम बन रही है। उन्होंने एग्रि -पीवी मॉडल को आत्मनिर्भर कृषि की दिशा में एक बड़ा और निर्णायक कदम बताया।संस्था के निदेशक अनिल कुमार सिंह ने प्रशिक्षण में उपस्थित प्रतिभागियों को इस तकनीक को अपनाने हेतु प्रोत्साहित किया और कहा कि यह किसानों को ऊर्जा आत्मनिर्भरता प्रदान करने के साथ-साथ अतिरिक्त आमदनी का अवसर भी देता है। संचालन संजय दानव द्वारा किया गया।कार्यक्रम के दौरान संस्था के सचिव डॉ. रामकुमार राय, प्रांजल कुमार, वन विभाग के रेंज अधिकारी दिवाकर दुबे आदि लोगों ने भी प्रशिक्षणार्थियों को दिशा निर्देश दिया।
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