लखनऊ। राज्यसभा चुनाव में भले ही बसपा उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर हार गए हों। लेकिन इस बात से भी मुंह नहीं मोड़ा जा सकता कि इस चुनाव में सपा-बसपा के बीच करीबियां और भी ज्यादा बढ़ गयी हैं। वहीं ताजा जानकारी के मुताबिक बसपा प्रमुख ने सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलवाई है। ये बैठक लखनऊ में सुबह साढ़े दस बजे से होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक में मायावती बसपा कॉआर्डिनेटरों से सपा-बसपा गठबंधन को लेकर फीडबैक लेंगी। साथ ही गठबंधन को लेकर भी अहम फैसला ले सकती हैं।
बसपा प्रमुख गठबंधन को लेकर करेंगी बड़ा ऐलान
पार्टी के सूत्रों की माने तो इस बैठक में गठबंधन को लेकर फीडबैक के बाद मायावती बड़ा ऐलान कर सकती हैं। मायावती पहले ही अपने बयान में 2019 लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर अपना ऐलान कर चुकी हैं। साथ ही उपचुनाव में दोनों सीटों पर साथ आने का फायदा भी मिला है। दोनों पार्टियों के पास अपने-अपने मजबूत वोटबैंक है। ऐसे में सपा-बसपा के बीच गठबंधन होता है तो बीजेपी के लिए 2014 जैसा नतीजा दोहराना एक बड़ी चुनौती होगी।
सपा-बसपा के एक साथ आने से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती है यूपी में कुल 80 लोकसभा की सीटें है। अगर यहां पर दोनों पार्टियां बीजेपी को रोकने में कामयाब होती हैं तो उसे केंद्र से हटाना ज्यादा मुश्किल साबित नहीं होने वाला है। मौजूदा समय में सपा और बसपा के साथ जातीय समीकरण नजर आ रहा है। जिसे देखते हुए बीजेपी को 2014 जैसा बहुमत हासिल करना बेहद मुश्किल नजर आ रहा है।

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