बेटियों को अन्याय के खिलाफ मुखर रहने का दिया संदेश
थाना प्रभारी बनकर अपने भाई का किया चालान
चन्दौली शहाबगंज निवासी युवती प्रियंका कुमारी के लिए गुरूवार का दिन खास और जीवन भर न भूलने वाला बन गया। वैश्विक बाल दिवस के अवसर पर युवा प्रियंका को शहाबगंज थाने का एक दिन के लिए प्रभारी बनाकर बड़ा सम्मान दिया गया। खास बात यह रही कि इस दौरान शहाबगंज थाना प्रभारी अवनीश कुमार राय भी उनके बगल में बैठे रहे।इस दौरान शहाबगंज थाने के समस्त सब इंस्पेक्टर एवं पुलिस स्टाफ भी प्रियंका के सहयोग में डटे रहे।काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से हिन्दी विषय में शोध कर रहीं प्रियंका ने फरियादियों की शिकायतें भी सुनीं। इस दौरान प्रियंका ने कहा कि फरियादी अपनी समस्या बताने में संकोच न करें। अपरान्ह में घर से नाराज होकर थाने आई शिवपुर लालपुर की अंजुम को उसके पति मु.अनीश के सामने बैठाकर गिले शिकवे दूर कर घर भेजा गया। थाना प्रभारी प्रियंका ने पूरे आत्मविश्वास के साथ सामुहिक रूप सभी पुलिस स्टाफ के साथ मिटिंग लिया और पुलिस कर्मियों से कहा कि अपनापन और विनम्रता दिखाते हुए फरियादियों से पेश आएं। उन्होंने थाने का
मालखाना, अपराध रजिस्टर एवं महिला हेल्प डेस्क का विधिवत मुआयना किया और समस्याओं से संबंध में जानकारी प्राप्त की।थाना प्रभारी प्रियंका ने छठ पूजा में लगे पुलिस कर्मियों से कहा कि छठ पूजा में संवेदनशीलता के साथ महिलाओं की सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रखा जाये। वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए लोगों से विनम्रता पूर्वक पूजा में उचित दूरी बनाये रखने का आग्रह किया जाये। प्रियंका ने बताया कि वह अपने गांव एवं क्षेत्र से जुड़ी हुई बेटियों को पुलिस अधिकारी बनने के लिए प्रेरित करेंगी।थाना परिसर में उस समय बड़ी अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब थाना प्रभारी प्रियंका के भाई सुमन्त कुमार मौर्य ने बिना मास्क लगाये ही थाना परिसर में प्रवेश किया।नव नियुक्त थाना प्रभारी प्रियंका ने अपने भाई को सबक सिखाते हुए कहा कि कानून और देश से बढ़कर कोई नहीं है।हम सभी को सरकार के निर्देशों का पालन करना चाहिए। उन्होंने अपनी कर्तब्य निष्ठा निभाते हुए अपने भाई से एक सौ रुपए जुर्माना के रूप में वसूल किया और आगे से मास्क लगाकर चलने का आग्रह किया।इस दौरान उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों ने प्रियंका के जज्बे एवं कर्तब्य निष्ठा की भूरी भूरी प्रशंसा की।बताते चलें, वर्ष 1964 के पहले तक हर साल 20 नवंबर को वैश्विक बाल दिवस मनाया जाता था। 1964 में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद उनके जन्मदिन को बाल दिवस के तौर पर मनाने के लिए फैसला लिया गया। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं और किशोरवय लड़कियों को सशक्त और स्वावलंबी बनाने के लिए मिशन शक्ति अभियान शुरू किया है। मिशन में लड़कियों को सम्मान देने और उनके अंदर आत्म विश्वास जगाने के लिए वैश्विक बाल दिवस पर उन्हें एक दिन का थानेदार बनाया जाता है। इसी अभियान में पुलिस अधीक्षक चन्दौली हेमन्त कुटियाल की पहल पर प्रियंका को भी शहाबगंज थाने का प्रभारी बनाया गया। इसके पीछे संदेश दिया गया कि महिलाएं किसी भी अन्याय, छेड़खानी, यौन हिंसा के खिलाफ मुखर हो। पुलिस, थाना और चौकी में अपनी समस्या को निसंकोच आकर बतायें। उनके लिए ही जिले के प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क बनाया गया है।
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