अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे भाकपा(माले) नेता
चन्दौली चकिया भाजपा के डबल इंजन की सरकार में लोकतांत्रिक आंदोलनों की उपेक्षा फासीवादी तानाशाही राज का प्रमाण है,इस फासीवादी तानाशाही राज में संघर्ष ही एक मात्र रास्ता,हम लड़ रहे है और जीतेंगे। उक्त बातें धरदे,धनावल तथा सपही(जंगल)में अंबेडकर पार्क के लिए जमीन आवंटित कर,प्रतिमा लगवाए जाने, बैराठ फार्म के संबंध में राजा के पक्ष में आए फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जिला प्रशासन द्वारा रिट दाखिल किए जाने,बैराठ फार्म की जमीन को गरीबों भूमिहीनों में बाटे जाने,पट्टा देकर मालिकाना हक दिए जाने,जिगना के कुशडेहरा मौजा स्थित नवीन परती जमीन को गरीबों में बांटे जाने,मिर्जापुर की तर्ज पर चकिया की नंगी पहाड़ियों पर खनन का अधिकार बहाल किए जाने, अतरसुहवा नाला में कट कर भोंका बांध में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी का इंतजाम किए जाने, गणवा सहित तमाम मान्यता विहीन गांवों को राजस्व गांव की मान्यता दिए जाने सहित 16 सूत्रीय मांगों को लेकर उपजिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष स्थानीय गांधीपर्क में 10 जून से ही शुरू भाकपा(माले) का अनिश्चित कालीन धरना जिला व चकिया तहसील प्रशासन की संवेदनहीनता की वजह से 24 वें दिन अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कि घोषणा करते हुए भाकपा(माले) राज्य सचिव कामरेड सुधाकर यादव ने कहीं।भाकपा(माले) राज्य सचिव ने पार्टी राज्य कमेटी सदस्य तथा चकिया तहसील प्रभारी कामरेड विजई राम को माला पहनाकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठाया साथ में कामरेड परमहंस राम,रमेश चौहान,सुरेश राम तथा सुदामा राम कामरेड विजई राम के साथ समर्थन में 24 घंटे के लिए भूखहड़ताल पर बैठे।अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे कामरेड विजई राम ने कहा हमें अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर इसलिए बैठना पड़ रहा है क्यों कि तहसील के अधिकारी तानाशाही राज को लागू कर रहे है और हम इस लड़ाई को लड़ते रहेंगे।सभा को भाकपा(माले) जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान,राज्य कमेटी सदस्य कामरेड शशिकांत सिंह,जिला कमेटी सदस्य राम बचन वनवासी, एपवा जिला काउंसिल सदस्य बैजंतीमाला,सविता वनवासी,पार्वती वनवासी,सुनैना कुमारी, कली कुमारी समेत तमाम वक्ताओं ने संबोधित किया।अध्यक्षता वरिष्ठ भाकपा(माले) नेता कामरेड शिवू चौहान तथा संचालन खेग्रामस जिला सचिव कामरेड रामायण राम ने किया।
No comments:
Post a Comment