रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी मिर्जामुराद। गौर गांव स्थित वंशनारायण सिंह महिला महाविद्यालय में शनिवार को श्रीमद्भागवत कथा का प्रथम दिवस शुरू हुआ।कथा में व्यास पंडित परम् पूज्य आनंद मिश्रा ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और समाजधर्म का ज्ञान देती है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने दिव्य देह का तेज इस महापुराण में प्रवेश करा दिया था। इसलिए इसे भगवान का शरीर माना जाता है तथा इसे सुनने मात्र से तमाम तरह के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।कथा व्यास ने कहा कि जब पृथ्वी पर अत्याचार बढ़ता है, तब परमात्मा स्वयं आकर लीलाएं करते हैं।उन्होंने बताया कि भागवत पुराण को सुनने वाले भक्त मोक्ष प्राप्त करते हैं। जिस तरह राजा परीक्षित श्राप से मुक्त हुए, उसी तरह कई राक्षस और पापी भी परमात्मा की शरण में जाकर मुक्ति पा गए। श्रीमद्भागवत पुराण को सभी ग्रंथों में महापुराण की संज्ञा मिली है।कथा 3 बजे से शुरू हुई और देर शाम तक चली। इस अवसर पर पूर्व प्रधानाचार्य सुरेश सिंह गौतम, वीरेश सिंह गौतम, प्रबंधक व भाजपा नेता संजीव सिंह गौतम, प्राचार्य डॉ. आशुतोष उपाध्याय, संजय मिश्रा, सचिव योगेश सिंह, डॉ. विजय सिंह, प्रशासनिक अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी 'सुमित', राजेश सिंह, वीरेंद्र विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

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