भारतीय पशुपालक संघ ने पदाधिकारियों का किया मनोनयन
रिपोर्ट-राकेश यादव रौशन
चन्दौली चहनियां पशुओं और पशुपालकों की समस्याओं पर कार्य करने वाली भारत की नामचीन संस्था भारतीय पशुपालक संघ की एक आवश्यक बैठक सारनाथ में आयोजित हुई। जिसमें सर्व सम्मति से भारत भूषण यादव को प्रदेश महासचिव, अंतरराष्ट्रीय लेखक जुनैद कबीर को मंडल महासचिव, धनंजय विश्वकर्मा को जिलासचिव, सीताराम पटेल को जिला उपाध्यक्ष और बाबूराम यादव को मंडल उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया। तत्पश्चात संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बहादुर यादव ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके पूर्व संस्था के संस्थापक पूर्व विधायक स्व. राजित प्रसाद यादव के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि विजय बहादुर यादव ने कहा कि आज पूरे देश में पशुपालक परेशान हैं। पशुओं में विभिन्न प्रकार के रोगों के ईलाज के लिए ब्लॉकों पर टीके नहीं हैं, पशुधन के प्रसार के लिए कैम्प नहीं लगते, गर्भाधान में भारी कमीशनखोरी व्याप्त है, पशुओं के मेले बंद करवा दिए गए हैं जिससे पशुपालकों को कुछ आमदनी हो जाती थी, दूध के व्यापार को विभिन्न प्रकार के करों के दायरे में ला दिया है, पशुओं के चारे ख़ली आदि की कीमतें आसमान छू रही है, पशुओं की प्राकृतिक मृत्यु पर भी पशुपालक को मुआवजे के लिए अधिकारियों का चक्कर और सुविधाशुक्ल देना पड़ता है। इन सब समस्याओं से निजात दिलाने के लिए भारतीय पशुपालक संघ गांव से लेकर शहर तक संघर्ष कर रहा है। नवनियुक्त प्रदेश महासचिव भारतभूषण यादव ने कहा कि भारत आदिकाल से कृषि और पशुपालन पर निर्भर रहने वाला देश है। आज भी भारत की 80 प्रतिशत जनसंख्या इन पर निर्भर है। आज सरकार ने उन्नत किस्म के कृषि यंत्रों का अविष्कार किया है, जिससे खेती करना आसान हुआ है। बिजली, खाद और पानी की कीमतें बढ़ी हैं, जिसमें कमी करने की जरूरत है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से इश्तियाक अली, घनश्याम यादव, संतोष यादव, विपिन पांडेय, जयप्रकाश यादव, चंदन सोनी, बघेल सिंह यादव, सुरेश मौर्य और शुभम सेठ उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुजरात प्रदेश प्रभारी अरुण कुमार पांडेय ने और संचालन जुनैद कबीर ने किया।
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