रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया- तहसीलदार राजातालाब के नेतृत्व मे तहसील महकमा ट्रान्सपोर्ट नगर योजना से प्रभावित गांवों के धरातल पर स्थिति का मुआयना किया और पीड़ित किसानों से वार्ता किये।ट्रान्सपोर्ट नगर योजना से प्रभावित किसानों ने भूमि अर्जन एवं पुनर्वास कानून 2013 का पालन करने का एक स्वर से मांग किये, किसानों ने कहा कि हम विकास मे बाधक नही बनाना चाहते हैं लेकिन प्रशासन और शासन को भी कानून के तहत ही कोई प्रक्रिया अपनानी होगी। भूमि अर्जन कानून 2013 कहता है कि योजना रद्द हो तो योजना रद्द करिये ,भूमि अर्जन कानून कहता है कि भौतिक कब्जा वर्तमान सर्किल दर या उच्च दर से वर्तमान बिक्री हुई जमीन का चार गुना मुआवजा देकर ही कब्जा लेना है तो चार गुना मुआवजा दीजिये साथ ही पुनर्वास हेतु मकान, पंपिगसेट, व्यवसायिक प्रतिष्ठान,पेड़ इत्यादि का कानून के अनुसार प्रतिकर देना है तो सबका कानूनततः मुआवजा निर्धारण करते हुये 2013 कानून के आधार पर योजना में किसानों की हिस्सेदारी और भागीदारी का निर्धारण कर सहमति पत्र बने हम सभी तैयार हैं।किसानों ने तहसीलदार राजातालाब से कहा कि उक्त प्रस्तावित क्षेत्र की जमीनी हकीकत शासन को आपको बताना चाहिये। तहसीलदार राजातालाब को किसानों ने बैरवन एवं कन्नाडाडी में फूलों की नर्सरी , उच्च कोटि की बागवानी एवं फूलों की लहलहाती फसल दिखायी और फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी किये। साथ ही दोनों जीटी रोड के बीच रेलवे लाईन को देखते हुये शासन को रिपोर्ट भेंजने का किसानों से वचन दिये। किसानों ने एक स्वर से कहा कि वैधानिक तरीके से भूमि अर्जन कानून 2013 का पालन होगा तो हम सभी किसान कानून का पालन हेतु कृत संकल्पित है लेकिन प्रशासन अगर तानाशाही तरीके से मनमानी होगी तो किसान मुहतोड जबाब देंगे । वार्ता का नेतृत्व विजय वर्मा ने किया।
वार्ता मे प्रमुख रूप से मेवा पटेल, दिनेश तिवारी, प्रेम शाह, छेदी पटेल, हृदय नरायण उपाध्याय, विजय गुप्ता, जय प्रकाश मिश्र, अमलेश पटेल, लाल बहादुर पटेल, मनोज पटेल, रमेश पटेल, रामराज पटेल, अमृत लाल सहित इत्यादि किसान शामिल थे।
No comments:
Post a Comment