रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी।इण्डियन इकोनॉमिक एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष,मणिपुर केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं अर्थशास्त्र विभाग काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो०आद्या प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि वाराणसी में संपन्न हो रहे जी 20 सम्मेलन में कृषि शिक्षा,अनुसंधान के क्षेत्र होने वाली महत्वपूर्ण चर्चा एवं निर्णय कृषि विकास में मील का पत्थर साबित होंगें।उन्होंने कहा कि बाबा विश्वनाथ एवं माँ अन्नपूर्णा के पावन धाम काशी में होने वाला जी 20 सम्मेलन पूरे विश्व की खाद्य समस्या के समाधान में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ेंगा।भारत कृषि प्रधान देश है एवं माँ गंगा के आशीर्वाद से पूरे विश्व को खिलाने की क्षमता रखता है।भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की दूर दृष्टि इसे बखूबी समझती है और यही कारण है कि वैश्विक खाद्य की समस्या के निवारण के लिए उन्होंने माँ अन्नपूर्णा के क्षेत्र को चुना एवं वैश्विक कृषि विकास का नया रोडमैप बनाने एवं उस पर चिंतन हेतु वाराणसी की धरती को उपयुक्त माना ।उनका यह विश्वास है कि काशी की धरती पर किया गया यह चिंतन कृषि विकास को नई दिशा देगा।कृषि क्षेत्र में नये अनुसंधान की आवश्यकता है और इसका समाधान वाराणसी की पवित्र धरती से जाएगा तो विश्व का कल्याण निश्चित है।
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