आपरेशन के बाद हास्पिटल में ही हो गई थी निशा की मौत
चन्दौली पाण्डेयपुर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) जिला इकाई चंदौली के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं पुरुषों,नौजवानों ने पाण्डेयपुर के एक निजी हॉस्पिटल के आरोपी दो डाक्टरों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग को लेकर पांडेयपुर बाजार से बबुरी थाने के लिए प्रतिरोध मार्च निकला। प्रतिरोध मार्च की जैसे ही शुरुआत हुई वैसे ही बबुरी थानाध्यक्ष पुलिस फोर्स के साथ पहुंच कर प्रतिरोध मार्च को रोकने का प्रयास किए कि मार्च सड़क पर न जाने पाए, लेकिन कार्यकर्ता नहीं मानें,और बबुरी थाने के लिए बढ़ने लगे।तभी क्षेत्राधिकारी मुगलसराय कृष्ण मुरारी शर्मा आ गए और उनके समझाने पर मुख्य सड़क के किनारे प्रतिरोध मार्च जनसभा में बदल गया।जन सभा को संबोधित करते हुए CPIM के राज्य कमेटी सदस्य कामरेड गुलाब चन्द ने आरोप लगाया कि निशा बियार की मौत के घटना के दिन से ही बबुरी पुलिस का रवैया संदिग्ध रहा है, जिसका परिणाम रहा है कि मृतक निशा बियार की कथित मौत के आरोपी डॉक्टरों की तत्काल गिरफ्तारी नहीं हो पायी। सभा को संबोधित करते हुए CPIM जिला सचिव कामरेड शम्भूनाथ ने कहा कि आज लोकतन्त्र में पुलिस आंदोलन प्रदर्शन करने,अपनी बात को कहने से रोक रही है यह पीड़ित परिवार के साथ अन्याय है। अंत में क्षेत्राधिकारी मुगलसराय कृष्ण मुरारी शर्मा ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन के लोग एक महीने के अन्दर इस घटना के आरोपी पर जांचोंपरान्त कार्रवाई करेंगे।प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व प्रमुख रूप से कामरेड मिठाई लाल, लालमनि विश्वकर्मा, लालचंद सिंह एड०,महानंद राजभर, रामप्यारे यादव, जयप्रकाश विश्वकर्मा, श्यामप्यारी देवी, शकुंतला देवी, रामाश्रय बियार, बिजई मौर्य , सतीश चन्द्र ने किया।
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