रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी रोहनिया- राजकीय महाविद्यालय जाक्खिनी में G-20 सम्मेलन के प्रचार प्रसार योजना अंतर्गत एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन हुआ। सेमिनार का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर प्राचार्य डॉ उमाशंकर गुप्ता,मुख्य वक्ता डॉ राजेश कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर राजकीय पीजी कॉलेज चुनार मिर्जापुर एवं विशिष्ट वक्ता सुनील कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय सैदपुर गाजीपुर द्वारा माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। मुख्य अतिथि डॉ राजेश कुमार एवं विशिष्ट अतिथि सुनील कुमार का स्वागत स्मृति चिन्ह प्रदान करके किया गया।एक दिवसीय सेमिनार के विशिष्ट वक्ता सुनील कुमार ने अपने संबोधन में लोकतंत्र की विशेषता, विपक्ष की महत्ता, स्वतंत्र न्यायपालिका की महत्ता पर प्रकाश डाला। इन्होंने पर्यावरण संतुलन को ध्यान में रखकर सतत विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर बल दिया। मुख्य वक्ता डॉ राजेश कुमार ने G-20 सम्मेलन की उपयोगिता एवं लोकतंत्र में विकेंद्रीकरण की महत्ता से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। लोक कल्याणकारी व्यवस्था के माध्यम से सतत विकास की ओर बढ़ने पर बल दिया। एक दिवसीय सेमिनार में प्राचार्य डॉ उमाशंकर गुप्ता ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में लोकतंत्र की चुनौतियां समावेशी आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण एवं जैव विविधता को बनाए रखते हुए सतत विकास पर बल दिया।इस सेमिनार के संयोजक डॉ केके उजाला थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ आभा गुप्ता (आयोजन सचिव) ने एवं धन्यवाद ज्ञापन शशि प्रभा गौतम ने किया। उक्त सेमिनार में महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ संतोष सिंह, डॉ कामना सिंह,अजय कुमार वर्मा, डॉ स्वर्णिम घोष, डॉ शरद कुमार,संतोष कुमार, संजय भारती,योगेश चंद्र पटेल, वेद प्रकाश गुप्ता, डॉ अवनीश चंद्र, डॉ आनंद सिंह, डॉ कैलाश राम एवं समस्त छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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