उतरौत बाजार में किया गया पुतले का दहन
चकिया चन्दौली धरदे,धनवाल तथा सपही(जंगल) में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पार्क के लिए जमीन आवंटित किए जाने,अंबेडकर साहब की प्रतिमा स्थापित किए जाने, जिगना के कुशडेहरा मौजा में नवीन परती जमीन को गरीबों भूमिहीनों में बांटे जाने, बैराठ फॉर्म के संबंध में राजा के पक्ष में आए फैसले के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल किए जाने सहित तहसील क्षेत्र से जुड़े 16 सूत्री मांगों को लेकर भाकपा(माले) तथा अन्य संगठनों द्वारा चल रहे अनिश्चितकालीन धरने के प्रति चकिया तहसील प्रशासन की संवेदनहीनता की वजह से पूरे क्षेत्र में जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है,शिकारगंज,सैदूपुर,बडौरा,शहाबगंज के बाद उतरौत बाजार में किया गया पुतला दहन इस बात का प्रमाण है। उक्त बातें पुतला दहन के दौरान हुई सभा को संबोधित करते हुए भाकपा(माले) जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान ने कही।माले जिला सचिव ने कहा कि चकिया तहसील मुख्यालय स्थित गांधी पार्क में अनिश्चितकालीन धरने के माध्यम से जिन सवालों को उठाया गया है वह सवाल राज्य और केंद्र से जुड़े हुए सवाल नहीं है, वह चकिया तहसील क्षेत्र के तमाम गांवों की जनता के जीवन से जुड़े हुए ठोस सवाल हैं जिन्हें तहसील प्रशासन हल कर सकता है। किंतु उन मांगों के प्रति लगातार तहसील प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ है। उन्होंने चेतावनी हुए कहा कि तहसील प्रशासन का यही रुख रहा तो 3 जुलाई से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की जाएगी।पुतला दहन कार्यक्रम का नेतृत्व भाकपा(माले) जिला कमेटी सदस्य तथा उतरौत लोकल कमेटी सचिव कामरेड राम बचन पासवान में किया। साथ में विजई बिंद,रामदुलार पासवान,पुनवासी राम,कमालुद्दीन,अरुण कुमार, मुन्ना बीयार,कलामुद्दीन,दशरथ राम,गुलाब राम,सुल्तान, शेषमुनि,अरविंद,चंद्रोश भारती सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहे।
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