रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव
वाराणसी।सूर्य प्रताप शाही, कृषि मंत्री, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग, उ0प्र0, सरकार की अध्यक्षता में वाराणसी़ एवं विन्ध्याचल मण्डल की संयुक्त मण्डलीय रबी उत्पादकता गोष्ठी-2025, का आयोजन ’’पद्म विभूषण, सांस्कृतिक संकुल भवन, गिरिजा देवी चौका घाट वाराणसी’’ में सम्पन्न हुआ। जिसमें कृषि उत्पादन आयुक्त उ0प्र0, शासन, अपर मुख्य सचिव, उद्यान उ0प्र0 शासन, प्रमुख सचिव, सहकारिता, उ0प्र0, सचिव कृषि, उ0प्र0, शासन, कृषि निदेशक, उ0प्र0, निदेशक उद्यान, मण्डलायुक्त, वाराणसी़ एवं विन्ध्याचल मण्डल तथा जिलाधिकारी वाराणसी के साथ-साथ उक्त मण्डल के समस्त जनपदों के मुख्य विकास अधिकारियों तथा सम्बन्धित विभागों के मण्डल/जनपद स्तर के अधिकारियों /कर्मचारियों तथा वरिष्ठ वैज्ञानिकों एवं प्रगतिशील कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। रबी गोष्ठी-2025 का उद्घाटन कृषि मंत्री एवं कृषि उत्पादन आयुक्त उ0प्र0 शासन के कर-कमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तद्क्रम में विभिन्न विभागों से पधारे अधिकारी एवं वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा गोष्ठी में उपस्थित प्रगतिशील कृषकों को खेती-किसानी, से सम्बन्धित विषयों पर तकनीकी जानकारी दी गई। इसी क्रम में डॉ0 मनीष पाण्डेय, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र कल्लीपुर वाराणसी द्वारा औद्यानिक फसलों की खेती में फल, सब्जी, फूल, सुगंधित और मसाले वाली फसलें शामिल हैं तथा सब्जी की खेती पाली हाउस में यथा शिमला मिर्च, खीरा आदि का उत्पादन बेमौसम में तैयार अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। डॉ प्रतीक्षा सिंह, कृषि विज्ञान केन्द्र कल्लीपुर, वाराणसी द्वारा मिलेट्स के अन्तर्गत ज्वार एवं बाजरा की खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। डा0 चन्दन सिंह, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र चन्दौली द्वारा वैज्ञानिक विधि से रबी में तिलहन की खेती कर अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं तथा मूल्य संवर्धन पर विस्तृत जानकारी दी गई। इसी क्रम में कृषि निदेशक द्वारा कृषकों द्वारा उठायी गई समस्याओं को समस्त विभाग से समन्वय बना कर कृषकों की समस्याओं का समाधान हेतु सम्बन्धित अधिकारियों से अपेक्षा की गई तथा समस्त प्रकार के कृषि निवेशों को समय से कृषकों को उपलब्ध कराया जाए। मण्डलायुक्त वाराणसी विन्ध्याचल मण्डल द्वारा बताया गया कि मण्डल में उर्वरक एवं बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता है। कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा बताया गया कि मिलेट्स कार्यक्रम के अन्तर्गत मिलेट्स यूनिट की स्थापना हेतु 35 से 40 प्रतिशत अनुदान पर देय है तथा जनपदों की जो समस्या यथा रैक प्वाइट, डी0एस0आर0 के अंतर्गत कृषि यंत्रों, पैक हाउस एवं कार्गों की क्षमता बढाए जाने की समस्याओं का समाधान किया जाएगा तथा बताया गया कि फार्म रजिस्ट्रीकरण के अन्तर्गत दो लाख रू0 प्रत्येक ब्लाक को दिया गया है। कृषि राज्य मंत्री द्वारा बताया गया कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक एवं बीज की उपलब्धता है। तिलहन एवं दलहन की खेती को बढ़ावा दिए जाने हेतु निःशुल्क बीज मिनीकिट यथा-सरसों, मटर, चना आदि बीजों की उपलब्धता समस्त राजकीय कृषि बीज भण्डारों पर उपलब्ध करा दिया गया है। जिसका पोर्टल पर आन-लाइन बुकिंग के उपरान्त कृषकों में वितरित कराया जा रहा है। साथ ही उपस्थित कृषकों को मृदा परीक्षण के महत्व के साथ ही जैविक खेती को अपनाए तथा मृदा परीक्षण के उपरान्त मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर संतुलित मात्रा में उर्वरकों के प्रयोग करने हेतु प्रेरित किया गया एवं जनपदों की मांग के अनुसार जिप्सम की आपूर्ति करायी जा रही है। साथ समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने जनपद में उर्वरक एवं बीजों की शत-प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित करा लें तथा जिन जिलों में प्रीपोजिसिंनिग में उर्वरकों की उपलब्धता है उसे तत्काल समितियों पर पहुंचाया जाए। प्रदेश में हाईटेक नर्सरी की स्थापित करायी जा रही है। रबी में जीरो टिल-सीड ड्रिल से गेहॅू की सीधी बुवाई हेतु कृषकों से अपेक्षा की गई। इसी क्रम में कृषि मंत्री जी के कर कमलों द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा के अन्तर्गत खरीफ-2025 में महेन्द्र प्रताप सिंह ग्राम अम्बा, चिरईगांव को रू0 58457, लालजी यादव, ग्राम जाल्हुपुर, विकास खण्ड चिरईगांव को रू0-63000 धान की फसल में हुई क्षतिपूर्ति दिया गया तथा रबी वर्ष 2024-25 में अनिल कुमार सिंह, ग्राम जयापुर रू0 106000 एवं शशि प्रभा सिंह ग्राम जयापुर विकास खण्ड आराजीलाइन को रू0-92000 गेहूॅ में हुई क्षतिपूर्ति दिया गया। अन्त में उक्त गोष्ठी में आए समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों एवं कृषकों का धन्यवाद ज्ञापन शैलेन्द्र कुमार, संयुक्त कृषि निदेशक वाराणसी मण्डल, वाराणसी द्वारा किया गया।

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