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Wednesday, November 12, 2025

बस प्राणी अपने कर्मों के द्वारा की सुख दुख भय से क्षेम पाता है- आनंद मिश्रा 'पाराशर'

 

रिपोर्ट -त्रिपुरारी यादव 

वाराणसी मिर्जामुराद। गौर गांव (मिर्जामुराद) स्थित वंशनारायण सिंह महिला महाविद्यालय में दिवंगत सौरभ सिंह की जयंती पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन बुधवार को कथावाचक पंडित परम् पूज्य आनंद मिश्रा 'पाराशर' जी ने पूतना के कथा के माध्यम से बताया कि भगवान ने पूतना का उद्धार किया, पूतना के मर्मस्थलों में दर्द के कारण चिल्ला रही थी छोड़ दे लाला परन्तु भगवान ने कहां जल्दी पकड़ता नही और पकड़ लेता हूं तो उद्धार कर के ही छोड़ता हूं।इसी तरह गोवर्धन पूजा की लीला के कथा के माध्यम से बताया कि बस प्राणी अपने कर्मो के द्वारा ही सुख दुख भय से क्षेम पाता है। बताए कि जब इंद्र ने क्रोधित होकर भारी वर्षा की तो कृष्ण ने बृजवासियों को बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठा लिया।इस प्रसंग को सुनकर भक्त जयकारों से भावविभोर हो गए।कथा सुनने के लिए महाविद्यालय में महिला, पुरुषों व बुजर्गो की भारी भीड़ लगी रही।इस अवसर पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामप्रकाश दूबे, सुरेश सिंह गौतम, प्रेम नाथ तिवारी, संजीव सिंह गौतम, प्रवीण सिंह गौतम, संजय मिश्रा, इंदुशेखर सिंह, विनय सिंह, सविता सिंह, डॉ. आशुतोष उपाध्याय, योगेश सिंह, डॉ. विजय सिंह, अभिषेक त्रिपाठी 'सुमित', आर्यन त्रिपाठी, सौम्या सिंह, शालू सिंह, डॉ. अंजना सिंह, डॉ. संगीता सिंह, गौरव उपाध्याय, मुकेश यादव, संगीता, स्नेहा, राजेश सिंह, वीरेंद्र विश्वकर्मा, रामजी यादव समेत समस्त लोग रहे।संगीताचार्य में अंकित मिश्रा, मयंक पांडेय, अभिनव पांडेय, विपिन पांडेय व यश त्रिपाठी रहे।



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