गोरखपुर किसी भी मामले में एफआईआर कराने के लिए पीड़ित को थाने के चक्कर लगाने पड़ते हैं, उसके बाद f.i.r. हुई कि नहीं उसकी कॉपी को लेकर पीड़ित परेशान रहता था। जिसके लिए नए प्रयोग के तहत अब एफ आई आर की कॉपी के लिए पीड़ित को थाने का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. मुकदमा दर्ज होने के बाद सिपाही पीड़ित के घर एफ आई आर की कॉपी पहुंचाएंगे यही नहीं उनके मुकदमें की विवेचना किस दरोगा को मिली है और एफआईआर के बाद क्या कार्रवाई हुई इससे भी उन्हें अवगत कराया जाएगा।बताया जा रहा है कि यह व्यवस्था डीआईजी रेंज के निर्देश के बाद शुरू की गई है। डीआईजी रेंज जे रविंदर गौड को शिकायत मिल रही थी कि गोरखपुर,कुशीनगर देवरिया और महाराजगंज जिले के विभिन्न थानों में चोरी, हत्या, मारपीट सहित अन्य मामलों में मुकदमे और एफ आई आर की कॉपी पीड़ित को तुरंत नहीं मिलती है. जिसकी वजह से वह काफी परेशान रहते हैं। इस संबंध में डीआईजी जे रविंद्र गौड़ ने बताया कि प्रयोग के तौर पर यह व्यवस्था महाराजगंज जिले में शुरू कराई गई थी। सफल होने पर गोरखपुर के साथ की देवरिया और कुशीनगर जिले में भी शुरू करा दी गई है।
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