गाजीपुर: विकासखंड सदर अंतर्गत ग्राम अगस्ता सलामतपुर के ग्राम प्रधान प्रमोद कुमार कुशवाहा गांव के विकास के लिए ऐसे आतुर हैं जैसे पानी के लिए मछली ग्राम प्रधान अपने अच्छे खासे बिजनेस में से समय को बचाकर ग्राम के विकास में अपना काफी योगदान देते हैं।
ग्राम प्रधान ने मीडिया को बताया कि गांव में उन्होंने काफी काम करवाया है। प्राथमिक विद्यालय का मरम्मत, प्राथमिक विद्यालय में शौचालय में टाइल्स लगवा कर बनवाया है। गांव का पानी निकासी के लिए कुल मिलाकर लगभग 500 मी. नाली का काम किया है, ईट का खडंजा नया व रिपेयरिंग को लेकर गांव के उबड़ खाबड़ रास्ते को सुगम बनाने के लिए 570 मीटर लगवाया। वहीं पर गांव को अच्छी रोशनी रात में जगमग मिले उसके लिए सोलर लाइट व स्ट्रीट लाइट के लिए ब्लाक पर प्रस्ताव दिया है।
स्वच्छ पेयजल हेतु लगभग दसियो खराब पड़े हैंडपंपों का रिपेयरिंग भी करवाया।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत अबतक 60 आवास का लक्ष्य है लेकिन एक भी आवास शाशन से उपलब्ध नहीं हो सका।
स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गांव में 37 शौचालय कंप्लीट हो चुका है। गांव ओडीएफ घोषित करवाने का अथक प्रयास किया जा रहा है।
ग्राम प्रधान प्रमोद कुमार कुशवाहा ने मीडिया को बताया कि गांव में मेरा सबसे ज्यादा जोर शिक्षा पर है।
विशेष तौर पर गांव में बिजली की व्यवस्थाबहुत अच्छी नहीं है फिर भी ठीक है। और आज तक बिजली का काम ठीक से नही हुआ। पुराने जर्जर तार व खंभों के सहारे बिजली की ग्रामीणों में दहशत रहती है कब कहां का खम्बा व तार टूट जाए व कोई बड़ा हादसा हो जाए। आये दिन आगजनी की घटनाएं कहि न कही सुनने को मिलती है। जिससे लोग डरे सहमे रहते है।
गांव में पंचायत भवन है ,आगनबाडी नहीं है, बारात घर नहीं है, छोटे बच्चों को कंप्यूटर का ज्ञान प्राप्त करने के लिए नंदघर भी नहीं है। अधिकारियों का दौरा गांव में होता हैं लेकिन सिर्फ शौचालय और विद्यालय देखकर चले जाते हैं।
गांव में सहकारी समिति का भवन पुराना व जर्जर है जिस पर किसी अधिकारी का ध्यान नहीं जाता।
विशेष वार्ता में कुरेदने पर ग्राम प्रधान ने बताया कि धन की कमी से विकास में बाधा उत्पन्न होती है सरकार से पर्याप्त धन मिलेगा तो विकास सुगम हो जाएगा जिससे लोगों का जीवन अच्छा एवं सुखमय होगा।
ग्राम प्रधान ने मीडिया को बताया कि गांव में उन्होंने काफी काम करवाया है। प्राथमिक विद्यालय का मरम्मत, प्राथमिक विद्यालय में शौचालय में टाइल्स लगवा कर बनवाया है। गांव का पानी निकासी के लिए कुल मिलाकर लगभग 500 मी. नाली का काम किया है, ईट का खडंजा नया व रिपेयरिंग को लेकर गांव के उबड़ खाबड़ रास्ते को सुगम बनाने के लिए 570 मीटर लगवाया। वहीं पर गांव को अच्छी रोशनी रात में जगमग मिले उसके लिए सोलर लाइट व स्ट्रीट लाइट के लिए ब्लाक पर प्रस्ताव दिया है।
स्वच्छ पेयजल हेतु लगभग दसियो खराब पड़े हैंडपंपों का रिपेयरिंग भी करवाया।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत अबतक 60 आवास का लक्ष्य है लेकिन एक भी आवास शाशन से उपलब्ध नहीं हो सका।
स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गांव में 37 शौचालय कंप्लीट हो चुका है। गांव ओडीएफ घोषित करवाने का अथक प्रयास किया जा रहा है।
ग्राम प्रधान प्रमोद कुमार कुशवाहा ने मीडिया को बताया कि गांव में मेरा सबसे ज्यादा जोर शिक्षा पर है।
विशेष तौर पर गांव में बिजली की व्यवस्थाबहुत अच्छी नहीं है फिर भी ठीक है। और आज तक बिजली का काम ठीक से नही हुआ। पुराने जर्जर तार व खंभों के सहारे बिजली की ग्रामीणों में दहशत रहती है कब कहां का खम्बा व तार टूट जाए व कोई बड़ा हादसा हो जाए। आये दिन आगजनी की घटनाएं कहि न कही सुनने को मिलती है। जिससे लोग डरे सहमे रहते है।
गांव में पंचायत भवन है ,आगनबाडी नहीं है, बारात घर नहीं है, छोटे बच्चों को कंप्यूटर का ज्ञान प्राप्त करने के लिए नंदघर भी नहीं है। अधिकारियों का दौरा गांव में होता हैं लेकिन सिर्फ शौचालय और विद्यालय देखकर चले जाते हैं।
गांव में सहकारी समिति का भवन पुराना व जर्जर है जिस पर किसी अधिकारी का ध्यान नहीं जाता।
विशेष वार्ता में कुरेदने पर ग्राम प्रधान ने बताया कि धन की कमी से विकास में बाधा उत्पन्न होती है सरकार से पर्याप्त धन मिलेगा तो विकास सुगम हो जाएगा जिससे लोगों का जीवन अच्छा एवं सुखमय होगा।
No comments:
Post a Comment