चकिया चन्दौली शिकारगंज के कम्पोजिट विद्यालय बोदलपुर में डा0 ए. पी. जे. अब्दुल कलाम कल्याण व शैक्षिक ट्रस्ट, ग्राम्या संस्थान वाराणसी व महिला स्वास्थ्य अधिकार मंच के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया और महिलाओं के छोटे छोटे मुद्दों पर प्रकाश डाला गया और उनके समस्याओं को सुना गया। जिसमें डॉ0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम कल्याण व शैक्षिक ट्रस्ट के अध्यक्ष मोहम्मद अफजल सिद्दीकी भारतीय व सचिव ज़ीशान वसीम, ग्राम्या संस्थान वाराणसी की निदेशक बिन्दु सिंह प्रोजेक्ट मैनेजर नीतू सिंह, सुरेन्द्र जी मौजूद रहे । दुनियाभर में 8 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। महिलाओं की आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक सहित विभिन्न क्षेत्रों में भागीदारी बढ़ाने और अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इसके साथ ही इस दिवस को मनाने के पीछे एक कारण विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय महिलाओं के प्रति सम्मान प्रकट करना भी है। इस साल की थीम “वुमेन इन लीडरशिप: अचिविंग एन इक्वल फ्यूचर इन ए कोविड-19 वर्ल्ड” है। सबसे पहले अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी के आह्वान पर इस दिवस को 28 फरवरी 1909 में मनाया गया है। बाद में 1910 में सोशलिस्ट इंटरनेशनल के कोपेनहेगन सम्मेलन में इसे अन्तर्राष्ट्रीय दर्जा दिया गया। उस समय इसका मकसद महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिलाना था। क्योंकि तब ज्यादातर देशों में महिला को वोट देने का अधिकार नहीं था। इसके बाद 1917 में सोवियत संघ ने इस दिन को एक राष्ट्रीय अवकाश के तौर घोषित किया था। धीरे-धीरे इस दिवस को मनाने की परंपरा विश्व के दूसरे देशों में भी फैल गई। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य कन्हैया लाल जी , जागरिक अखिलेश, माया, प्रीतम, अंजना, पवन, महिला स्वास्थ्य अधिकार मंच से गुड्डी, शीला, राधिका कंचन, प्रभावती, कुमारी, कुसुम आदि शामिल रही।
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